खुलासा / इंदौर से अपहृत 8 साल की मासूम को पत्नी बनाकर रखना चाहता था 30 साल का हैवान पड़ोसी

पहले 11 साल की किशोरी को भोपाल से अगवा कर 5 साल तक किया शोषण


युवती का इंदौर में एक युवक से संबंध हो गया तो आरोपी युवती को उसके मायके छोड़ आया


पांच दिन बाद उसने पड़ोस की मासूम को अगवा कर पत्नी बनाने की साजिश रची


इंदौर से सागर बस में ले जाने के दौरान किया दुष्कर्म का घिनौना प्रयास


पुलिस ने पकड़ा तो बोला मेरी पत्नी बन जाती तो ज्यादा खुश रहती



इंदौर. इंदौर के साउथ गाडरा खेड़ी में रहने वाली 8 साल की मासूम को अगवा कर उसे पत्नी बनाना चाहता था 30 साल का हैवान पड़ोसी। अपहरण के बाद वह मासूम को बस मेंं ले गया तो उसके साथ दुष्कर्म का भी प्रयास किया। आरोपी ने कबूला कि 6 साल पहले उसने भोपाल से 11 साल की किशोरी को अगवा किया था। लोगों को बताया कि वह बहन, लेकिन उसका शारीरिक शोषण करता रहा। उस युवती का इंदौर में ही एक युवक से प्रेम-प्रसंग हो गया तो आरोपी ने झगड़ा किया। युवती को उसके परिजनों के पास छोड़कर आने के बाद उसने मासूम को अगवा कर पत्नी बनाने की साजिश रची। 


सदर बाजार टीआई अजय वर्मा के अनुसार पकड़ाया बदमाश संतोष उर्फ हरी पटेल निवासी तुलसी पार्क खमरिया रायसेन है। उसने शुक्रवार को साउथ गाड़रा खेड़ी से 8 साल की मासूम का अपहरण किया था। रविवार को वह सागर बस स्टैंड से जाने वाली छतरपुर बस में बच्ची को ले जाते हुए पकड़ाया। आरोपी संतोष ने कबूला कि वह अगवा की गई इंदौर की मासूम को पत्नी बनाकर रखना चाहता था। इसलिए उसने इंदौर से आते वक्त दुष्कर्म का प्रयास भी किया था। वह अगली रात सागर बस स्टैंड पर पड़ा रहा और रहने का ठिकाना ढूंढता रहा। उसे जब सागर में कोई जगह नहीं मिली तो वह बच्ची को छतरपुर ले जाने की फिराक में था।



इंदौर के शुभम से खुला अपहरण का केस
टीआई ने बताया कि शुक्रवार को अपहरण की जानकारी के बाद क्षेत्र में पूछताछ शुरू कर दी गई। पता चला कि आरोपी संतोष ने पहले बच्ची को दूध लेने भेजा और पीछे से उसे लेकर भाग गया। हालांकि यह घटना एक सीसीटीवी कैमरे में कैद होने से संतोष का हुलिया पुलिस को मिल गया। लोगों ने बताया कि संतोष के साथ एक युवती रहती थी, जिसे वह बहन बताता था। 5 नवंबर को वह उसे सागर में कहीं छोड़कर आ गया है।


पुलिस ने युवती के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि मोहल्ले के छात्र शुभम खांडे से युवती का अफेयर हो गया था। शुभम ने बताया कि यह बात संतोष को पता चली तो उसने युवती और शुभम से झगड़ा किया। पुलिस के पास जितने भी नंबर थे वो बंद आ रहे थे। तभी शुभम ने युवती का एक ऐसा नंबर दिया जो सिर्फ उसे पता था। पुलिस ने तकनीकी आधार पर पता लगा लिया कि आरोपी भी सागर क्षेत्र में हैं। वहां सर्चिंग अभियान शुरू करवा दिया। इंदौर से अगुआ हुई मासूम के सागर में रहने वाले रिश्तेदारों को भी सक्रिय कर दिया। उस नंबर के आधार पर पुलिस संतोष द्वारा बहन बताए जाने वाली युवती के घर पहुंची। वहां युवती ने बताया कि संतोष ने उसका 11 साल की उम्र में अपहरण किया था। 6 साल से उसका शोषण कर रहा है। फिर युवती ने बताया कि वह सागर क्षेत्र में मिल सकता है। इधर, 6 साल बाद घर लौटी सागर की किशोरी को देख उसकी मां भी हैरान थी। वह अभी भी नाबालिग है और भोपाल पुलिस भी उसके अपहरण व दुष्कर्म के मामले में अलग से कार्रवाई करेगी। 



मामा की लड़की को मिली मासूम
इधर, 8 साल की मासूम की मामा की लड़की भी संयोग से छतरपुर जाने वाली बस में बैठी और उसे पहचान गई। उसने हंगामा मचाकर आरोपी को पकड़वाया और मासूम को भी साथ लिया। एक घंटे बाद इंदौर पुलिस भी वहां पहुंच गई। अब पुलिस आरोपी के खिलाफ पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर जेल भेजेगी। 



नहीं मानती तो हत्या कर देता
आरोपी को इस घटना का कोई मलाल नहीं है। उसका कहना है कि यदि 7 साल की मासूम उसकी पत्नी नहीं बनती तो वह उसकी हत्या कर कहीं भी फैंक देता। फिर आगे बढ़ जाता। उसने इंदौर में अपने मकान मालिक और दुकानदार को कभी सही पता ही नहीं बताया, ताकि कुछ भी गड़बड़ हो तो पुलिस उसके घर तक पहुंच ही नहीं पाए।